जब क्रिएटिविटी के चक्कर में ऐड बने मुसीबत; सिर्फ तनिष्क ही नहीं जोमैटो, ओला और सर्फ एक्सेल समेत ये ब्रांड रहे विवादित, ट्रोल के बाद हटाना पड़ा विज्ञापन

टाटा की ज्वेलरी कंपनी तनिष्क ने एक बार फिर विवादित विज्ञापन के मुद्दे को गरम कर दिया है। वैसे इससे पहले भी कई कंपनियों के विज्ञापन इसी तरह विवादित रहे हैं। इससे पहले सर्फ एक्सेल, ओला, मैनफोर्स, जोमैटो समेत तमाम ब्रांड ऐसे हैं जिन्होंने विवाद के बाद या तो ऐड का हटाने का फैसला किया हो या फिर थीम में बदलाव किया। हालांकि, कुछ मामलों में ब्रांड का इरादा ठीक होने के बाद भी उन्हें गुस्से का सामना करना पड़ा।

क्या था तनिष्क का विवाद ?

फेस्टिव सीजन के चलते तनिष्क ने अपने प्रमोशन के लिए नया विज्ञापन जारी किया है। इस विज्ञापन का प्लॉट इंटरकास्ट मैरिज पर आधारित है। तनिष्क के इस प्रमोशनल ऐड में एक हिंदू लड़की को मुस्लिम फैमिली की बहू के रूप में दिखाया गया है। हिंदू लड़की की मुस्लिम के घर में शादी हुई है और उसकी गोदभराई यानी बेबी शावर के फंक्शन को दिखाया गया। इसमें हिंदू कल्चर को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम फैमिली सभी तरह के रस्मों-रिवाज हिंदू धर्म के हिसाब से करती है। इसके बाद से ही ट्विटर पर तनिष्क को ट्रोल और #BoycottTanishq के साथ ज्वेलरी ब्रांड का विरोध किया गया। बाद में कंपनी ने माफी मांगते हुए ऐड को वापस ले लिया।

आइए जानते हैं दूसरे विवादित ऐड और उनके कंटेंट के मामले के बारे में –

1. सर्फ एक्सेल का विवादित ऐड

साल- 2019

पिछले साल होली पर सर्फ एक्सल के एक विज्ञापन को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मच गया था। विज्ञापन के जरिए हिन्दू और मुस्लिम में भाईचारे का संदेश देने की कोशिश करने के चक्कर में कंपनी को बुरी तरह से ट्रोल किया गया था और ब्रांड को बॉयकाट करने की मांग की गई थी। इतना ही नहीं सर्फ एक्सल के ऐड को लव जिहाद का समर्थन करने वाला ऐड बताया गया था।

क्या था ऐड में –

इस विज्ञापन में एक हिंदू बच्ची और मुस्लिम बच्चे को लेकर छोटी सी कहानी दिखाई गई थी। करीब एक मिनट के इस ऐड में दिखाया गया था कि सफेद टी-शर्ट पहने एक हिंदू लड़की पूरी गली में साइकिल लेकर घूमती है और बालकनी और छतों से रंग फेंक रहे सभी बच्चों के रंग अपने ऊपर डलवाकर खत्म करा देती है। रंग खत्म हो जाने के बाद वह अपने मुस्लिम दोस्त के घर के बाहर जाकर कहती है कि ‘बाहर आजा सब खत्म हो गया।’ बच्चा घर से सफेद कुर्ता-पजामा और टोपी पहने निकलता है। बच्ची उसे साइकिल पर बैठाकर मस्जिद के दरवाजे पर छोड़ती है। आखिरी में उसके सीढ़ी चढ़ते वक्त बच्चा कहता है नमाज पढ़ के आता हूं। वह कहती है, बाद में रंग पड़ेगा। इस पर उसका मुस्लिम दोस्त धीमे से मुस्कुरा देता है। विज्ञापन के अंत में कहा जाता है ‘अपनेपन के रंग से औरों को रंगने में दाग लग जाएं तो दाग अच्छे हैं।’ सर्फ एक्सल ने ‘रंग लाए संग’ कैंपेन के जरिए होली पर हिंदू-मुस्लिम सद्भाव का संदेश देने की कोशिश की थी।

2. जोमैटो का MC-BC ऐड पर मच गया था बवाल

साल- 2017

साल 2017 में ऑनलाइन फूड एग्रीगेटर जोमैटो ने अपने ऐड में MC और BC शब्द का इस्तेमाल किया था जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर कंपनी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था। इस ऐड की आलोचना करते हुए यूजर्स ने इसे घृणित बताया था और माफी मांगने को कहा था। कंपनी के सीईओ दीपिंदर गोयल ने बाद में माफी मांगी थी।

क्या था ऐड में –

जोमैटो ने अपने प्रमोशन के लिए (एमसी, बीसी) जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था। जोमैटो ने एमसी, बीसी का फुल फॉर्म मेक एंड चीज और बटर चिकन बताया था, लेकिन इसे हिंदी में बतौर गाली के तौर लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए बवाल मच गया। बाद में कंपनी ने कहा था कि हमारा कहने का मतलब गलत नहीं था, लेकिन लोगों की नाराजगी के कारण हम इसके लिए मांफी मांगते हैं और अपने ऐड को तुरंत वापस लेते हैं।

3. जब विरोध के बाद ओला को हटाना पड़ा था विज्ञापन

साल- 2016

भारत की सबसे बड़ी कैब सर्विस ओला अपने विवादित विज्ञापन के चलते सोशल मीडिया पर आलोचना की शिकार हो चुकी है। सोशल मीडिया पर ओला के विज्ञापन को ‘सेक्सिएस्ट’ और महिलाओं को अपमानित करने वाला बताया गया था। हालांकि बाद में कंपनी ने माफी मांगते हुए विज्ञापन को हटाने का फैसला लिया था।

क्या था ऐड में –

इसमें एक कपल को दिखाया गया था। इसमें लड़का अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बाजार में जाता है। लड़की किसी न किसी दुकान पर खड़ी होकर बड़े प्यार से ‘बेबी’ बोलती है। लड़का अपना बटुआ निकाल लड़की के लिए वह चीज खरीद देता है। विज्ञापन के अंत में लड़का कहता है कि मेरी गर्लफ्रेंड के एक किमी चलने की कीमत 525 रुपए है, जबकि ओला माइको एक किमी के बस 6 रुपए लेती है। इस ऐड का टाइटल ‘टू एक्सपेंसिव टू टेक गर्लफ्रेंड आउट ऑन डेट’ रखा गया था।

4. नवरात्र में मैनफोर्स कंडोम के होर्डिंग से मचा था बवाल

साल- 2017

नवरात्रि के दिनों में सनी लियोनी के ‘इस नवरात्रि खेलो, मगर प्यार से’ वाले पोस्टर्स से मेनफोर्स ने नासाज़ पब्लिसिटी बटोरी थी। सनी लियोनी के मैनफोर्स कंडोम के विज्ञापन को लेकर काफी विवाद हुआ। साल 2017 में गुजरात में करीब 500 होर्डिंग जबरन उतरवा दिए गए थे। दअरसल, नवरात्र पर गुजरात में कंपनी ने इस विज्ञापन के कई होर्डिंग लगाए थे। पवित्र त्‍योहार पर इस तरह के होर्डिंग देखकर लोगों का गुस्‍सा भड़क उठा और उन्‍होंने विरोध शुरू कर दिया। ‘द कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स’ ने सरकार से पूरे गुजरात में इस तरह के आउटडोर विज्ञापनों पर प्रतिबंध की मांग भी कर दी थी।

5. जब रणवीर सिंह को मांगनी पड़ी थी माफी

साल- 2016

साल 2016 में बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह ने अपने जैक एंड जोंस के विवादित विज्ञापन पर माफी मांग ली थी। रणवीर ने जैक एंड जोन्स के विवादित विज्ञापन में एक स्कर्ट पहनी लड़की को अपने कंधे पर उठाया हुआ था। इसके बाद से ही ब्रांड को ट्रोल किया गया था।

फिल्म ‘रंग दे बसंती’ फेम एक्टर सिद्धार्थ ने इस विज्ञापन पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने लिखा था कि वर्कप्लेस में महिलाओं के अधिकारों के प्रति गिरी हुई मानसिकता का यह उदाहरण है। आखिर वह सोच क्या रहे हैं। सिद्धार्थ की तरह कई और लोगों ने इस विज्ञापन को महिलाओं का अपमान बताया। विवाद बढ़ने पर कंपनी ने इस विज्ञापन को हटा दिया था और रणबीर सिंह ने माफी मांगी थी।

6. जावेद हबीब के सैलून पर फेंकी गई थी स्याही

साल- 2017

प्रसिद्ध हेअर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब ने सोशल मीडिया और कुछ अखबारों में अपने सैलून का विज्ञापन दिया था। विज्ञापन में हिंदू देवी देवताओं की फोटो का इस्तेमाल किया गया था। जिससे भाजपा के कार्यकर्ताओं ने अपना रोष व्यक्त किया। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जावेद हबीब के सैलून में स्याही फेंककर नारेबाजी की।