वह क्या है, जो जाने के बाद कभी आता नहीं और आने के बाद कभी जाता नहीं ? Posted on August 21, 2018August 21, 2018
सोने की वह चीज है, बिके न हाट सुनार। हलकी-फुलकी भी नही कई किलो है भार। Posted on August 19, 2018August 19, 2018
कोर्ट, कचहरी या थाना हो, हर जगह लोग मुझे खाते है। दिखता हू न मैं फलता हू, फिर भी मुझसे काम चलाते है। Posted on August 18, 2018August 18, 2018
खाना कभी नहीं खाता वह, और न पीता पानी। उसकी बुद्धि के आगे तो, हार माने हर ज्ञानी। Posted on August 16, 2018
एक किले मे चोर बसे है, सबका मुंह काला। पूंछ पकड़ कर आग लगाई, झट कर दिया उजाला। Posted on August 15, 2018August 15, 2018