छात्रा ने लगाया आरोप 6 महीने तक जबरदस्ती किया गया r@pe

देश में आए दिन यौ–न शोषण की घटनाएं हो रहीं हैं। सामूहिक बला–त्कार नया खुलासा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अवधपुरी में स्थित निजी छात्रावास में हुआ है। छात्रावास के संचालक पर एक और छात्रा ने बला-त्कार का आरोप लगाया है ।

छात्रावास की चार लड़कियां दर्ज करा चुकी हैं यौ–न शोषण की शिकायत
अब तक इस मामले में छात्रावास की चार लड़कियां यौ–न शोषण की शिकायत दर्ज करा चुकी हैं। इंदौर के हीरानगर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई शिकायत में 23 साल की छात्रा ने आरोप लगाया, मुझे बंधक बनाकर रखा गया था और लगातार 6 महीने तक r@pe किया गया। कई बार अश्लील फिल्में दिखाकर r@pe किया गया।

इस मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा, 376, 377, 354, 506 के तहत मामला दर्ज किया है। ये धाराएं बला–त्कार, अप्राकृतिक यौ–नाचार और छेड़छाड़ से जुड़ी हैं। डीआईजी भोपाल धर्मेन्द्र चौधरी ने कहा कि हम इंदौर में पुलिस अधिकारियों के संपर्क में हैं। पुलिस ने उनसे आगे की जांच के लिये केस डायरी भोपाल भेजने को कहा है।

छात्रावास के निदेशक की करतूत उस समय सामने आई
बताते चलें कि इस छात्रावास के निदेशक की करतूत उस समय सामने आई थी जब एक मूक-बधिर छात्रा ने पुलिस में यौ–न शोषण की शिकायत की थी। इसके बाद दो दिन के अंदर दो और महिलाओं ने आरोपी के खिलाफ शिकायत की थी। आरोपी अश्विनी शर्मा को बीते बुधवार की रात को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके खिलाफ r@pe, मारपीट, गलत तरीके से कैद करना और दलित अत्याचार की धाराओं की तहत मुकदमा दर्ज किया जा चुका है । चौथी पीड़िता ने अपनी आप बीती इंदौर पुलिस को बताई है। उसने कहा कि जब आरोपी की जबर्दस्ती पर वो मना कर देती तो उसके साथ मारपीट की जाती थी।

इस मामले में कांग्रेस हुई आक्रामक, प्रवक्ता बोली आरोपी को है मुख्यमंत्री का आशीर्वाद
वहीं इस मामले में कांग्रेस अब आक्रमक हो गई है। कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा ने कहा कि अश्विनी शर्मा आरएसएस का कार्यकर्ता है उसको मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आशीर्वाद मिला है। उनका आरोप है कि एक वीडियो में अश्विनी शर्मा को शिवराज सिंह चौहान के पैर छूते देखा जा सकता है। दूसरी ओर बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कहा कि कांग्रेस अनर्गल आरोप लगा रही है, पुलिस इस मामले में बेहद संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है। आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है।

छात्रावास को सामाजिक न्याय एवं कल्याण विभाग से मिला था अनुदान
बताते चलें कि मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अवधपुरी इलाके में स्थित एक घर को हॉस्टल की तरह चलाया जा रहा था। इस छात्रावास को सामाजिक न्याय एवं कल्याण विभाग के अनुदान मिला था। वहीं इस घटना के सामने आने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लड़कियों के हॉस्टलों का हर महीने निरीक्षण किया जायेगा। हम यह सोचकर अनुदान देते हैं कि संस्था अच्छे से चल रही है पर कौन वहशी कहां बैठा पता नहीं लगता? अब केवल संस्था के भरोसे इन्हें नहीं चलने देंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की है।