Haryana के पूर्व मंत्री कृपाराम पूनिया का 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने पंचकूला स्थित अपने निवास पर आखिरी सांस ली। पूनिया लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
व्यक्तिगत जीवन
कृपाराम पूनिया मूल रूप से झज्जर जिले के साल्हावास गांव के रहने वाले थे। उनके परिवार में 5 बेटे और 1 बेटी हैं। उनके भाई बी.एल. पूनिया राज्यसभा सांसद हैं। उनके बेटे सुनील ने मीडिया को उनके निधन की जानकारी दी। पूनिया की बहू और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) की पूर्व प्रत्याशी डॉ. किरण पूनिया ने बताया कि उन्होंने बीती रात 9:30 बजे अंतिम सांस ली।
करियर और उपलब्धियां
प्रशासनिक करियर
1964 में कृपाराम पूनिया पंजाब-हरियाणा के पहले डायरेक्ट आईपीएस अधिकारी बने।
1967 में हरियाणा के पहले डायरेक्ट आईएएस अधिकारी बने।
उन्होंने एसडीएम, जींद के डीसी, कोऑपरेटिव सोसाइटी के रजिस्ट्रार और सोशल वेलफेयर विभाग में कार्यभार संभाला।
1982 में हिसार के कमिश्नर पद पर नियुक्त हुए।
राजनीतिक सफर
1986 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा और कमिश्नर पद से इस्तीफा दिया।
1987 में देवीलाल की पार्टी लोकदल से बरोदा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और 50,882 वोट हासिल कर जीत दर्ज की।
विधायक बनने के बाद उन्हें उद्योग, खदान, पर्यटन और सामाजिक मंत्रालय सौंपा गया।
1989 में ओम प्रकाश चौटाला के एक भाषण के विरोध में उन्होंने अन्य मंत्रियों के साथ इस्तीफा दिया।
कांग्रेस और अन्य पार्टियां
1991 में कांग्रेस में शामिल हुए और पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव और माधवराव सिंधिया के साथ नजदीकी संबंध बनाए।
2005 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बरोदा विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार गए।
2017 में बसपा में शामिल हुए लेकिन एक साल बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
निधन और अंतिम संस्कार
डॉ. पूनिया दिसंबर के पहले सप्ताह से पंचकूला के पारस हॉस्पिटल में आईसीयू में भर्ती थे। उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर 2 बजे मनी माजरा स्थित शिवपुरी श्मशान घाट में किया जाएगा।
कृपाराम पूनिया का जीवन प्रशासन और राजनीति में अनेक उपलब्धियों से भरा रहा। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
The post Haryana के पूर्व मंत्री कृपाराम पूनिया का निधन first appeared on Earlynews24.