तांत्रिक निकला चोरों के गिरोह का सरगना

गोमतीनगर पुलिस ने तांत्रिक समेत दो शातिर चोरों को गिर तार किया है। इनके पास से लाखों रुपये कीमत के सोने-चांदी के जेवरात, चांदी की मूर्तियां, सिक्के समेत अन्य सामान बरामद हुआ है। पुलिस का कहना है कि गैंग का सरगना पूर्व में तांत्रिक का कहना करता था। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के गैंग से जुड़े लोगों और चोरी के बेचे गये जेवरात की जानकारी की जा रही है। पुलिस ने दोनो चोरों को जेल भेज दिया है।

तांत्रिक समेत दो शातिर चोरों को पुलिस ने दबोचा
सीओ गोमतीनगर चर्केश मिश्रा ने बताया कि पीलीभीत के थाना हजारा, ग्राम रामनगर निवासी बबलू कनौजिया पुत्र मुनीब और बाराबंकी के मोधुपुरवा, गढ़ी थआना लोनी कटरा निवासी करन वर्मा पुत्र स्व. रमेश चन्द्र को गिर तार किया है। इनके पास से लाखों रुपये कीमत के जेवरात, चांदी की मूर्तियां, सिक्के, मंगलसूत्र, पीली धातू के दो चूड़ी, कान के टप्स समेत अन्य लाखों रुपये का सामान बरामद हुआ है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने 16 जुलाई से एक जुलाई के बीच गोमतीनगर के विपुलखण्ड स्थित कमलेश गुप्ता पत्नी महेश गुप्ता के घर में चोरी की थी। पुलिस ने कमलेश गुप्ता की तहरीर पर मुकदमा दर्जकर लिया। पुलिस का कहना है कि गिर तार दोनों चोर काफी शातिर हैं। पूछताछ में आरोपी खुद का नाम बबलू गुप्ता बताया। हालांकि पुलिस ने जांच किया तो पाया उसका असली नाम बबलू कनौजिया है। सीओ गोमतीनगर का कहना है कि आरोपियों से जुड़े लोगों का पुलिस पता लगा रही है, जिनको जल्द ही गिर तार कर लिया जायेगा।

परिचित के जरिए चोरी के जेवरात भेजा था गांव
पुलिस सूत्रों का कहना है कि बबलू इस गैंग का सरगना है। चोरी करने के बाद वह अपने परिचित के जरिए कुछ जेवरात को अपने मूल निवासी पीलीभीत के हजारा, गांव रामनगर में भेज दिया था। पुलिस गिर त में आने के बाद आरोपी के साथ दो दिनों पूर्व पुलिस उसके गांव पहुंची थी, जहां देर रात तक छापेमारी कर घर में छुपाए गये जेवरात को बरामद किया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी के घर से लाखों रुपये कीमत के जवरात मिले थे।

जेवरात के खरीददारों की तलाश
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने चोरी के कुछ जेवरात बेच दिए थे। आरोपी ने जिस सर्राफ को जेवरात बेचे थे, पुलिस इसका भी पता लगा रही है। इसके साथ ही इनके आपराधिक इतिहास को भी खंगाला जा रहा है। सूत्रों की माने तो बबलू ने किसी परिचित के हाथ से कुछ जेवरात अपने मूल निवासी भेज दिया था।