आपने अक्सर लोगों को स्काईडाइविंग करते या आर्मी को पैराशूट के साथ plane se छलांग लगाते हुए देखा होगा तो फिर यात्री एयरप्लेन में इमरजेंसी के दौरान पैराशूट की सुविधा क्यों नहीं दी जाती। तो आइए जानते हैं hindi facts
यात्री airplane 35000 फुट की ऊंचाई पर उड़ान भरते हैं और 15000 फुट से ज्यादा ऊंचाई से अगर कोई स्काईडाइविंग करता है तो उसे ऑक्सीजन सिलिंडर की जरूरत होती है और सभी के लिए ऑक्सीजन की सुविधा करते भी है तो तो प्लेन में ज्यादा जगह की आवश्यकता होगी इसके अलावा पैराशूट का वजन भी 7 से 14 किलोग्राम होता है मतलब अगर 200 यात्री भी होंगे तो 1400 से ढाई सौ किलोग्राम भजन सिर्फ पैराशूट का ही होगा और पैराशूट से छलांग लगाना हर किसी के लिए संभव भी नहीं है और आपातकालीन स्थिति में भगदड़ मचने का भी डर होता है इन्हीं कुछ कारणों की वजह से पैसेंजर एयरप्लेन में पैराशूट नहीं होते।