Archimedes

आर्किमीडीस की कहानी Archimedes Inspirational Story in Hindi

आर्किमीडीस की कहानी Archimedes Inspirational Story in Hindi

Archimedes Inspirational Story in Hindi: Archimedes Inspirational Story in Hindi कभी कभी, छोटी छोटी चीज़ें, छोटे छोटे Idea जीवन में बहुत महत्व रखते हैं| इतिहास गवाह है, अनेकों बार छोटी सी सोच ने ही दुनियाँ को बदल कर रख दिया है| आर्किमीडीस की कहानी भी कुछ इसी तरह थी..

आर्किमीडीस की कहानी, आज से करीब 2000 साल पहले की है जब राजा हीएरोन ii ने एक सुनार को कुछ सोना दिया और उसे अपने लिए एक सुंदर सोने का मुकुट बनाने के लिए कहा | लेकिन सुनार बहुत धूर्त था वो सोने में चाँदी या तांबे जैसी कोई चीज़ मिला देता था| इसलिए उसने राजा के मुकुट में भी मिलावट कर दी |

जब मुकुट राजा के पास लाया गया तो राजा को कुछ शक हुआ लेकिन कोई भी ये सिद्ध नहीं कर पाया की सोने में मिलावट है | तब राजा ने आर्किमीडीस, एक प्रसिद्ध गणितज्ञ, वैज्ञानिक और इंजीनियर, को बुलाया|

आर्किमीडीस ने बहुत लंबे समय तक इस पर काफ़ी सोच विचार किया, लेकिन कुछ समझ में नहीं आ रहा था| एक बार वह पानी से भरे टब में नहा रहे थे, तभी अचानक उन्होनें देखा कि जैसे ही वो पानी में गये बहुत सारा पानी टब से बाहर निकल गया |

तभी अचानक उनके दिमाग़ ने काम किया और राजा की समस्या का हल निकाल लिया| वो अपनी इस नयी खोज से इतना खुश और excited हुआ कि वह बिना कपड़े पहने नग्न ही टब से बाहर “मिल गया, मिल गया” बोलते हुए बाहर भाग निकले|

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आर्किमीडीस जानते थे कि सोना ज़्यादा सघन (denser) होता है, अगर कोई अन्य चीज़ इसमें मिलाई जाएगी तो मुकुट अपेक्षा में कुछ बड़ा बनेगा और फिर मुकुट का volume नापकर उसे पानी में डुबोया गया और फिर उतना ही शुद्ध सोना पानी में डुबोया| इस प्रकार, दोनों के द्वारा हटाए गये पानी का weight किया, और इस तरह उसने सुनार की चोरी पकड़ ली |

इसी घटना के साथ दुनियाँ में एक नया सिद्धांत सामने आया, जिसने ना केवल आर्किमीडीस बल्कि पूरे संसार को बदल कर रख दिया| उन्होने बताया कि जब भी कोई चीज़ पानी में पूरी या आंशिक रूप के डुबोई जाती है तो उसका weight कुछ कम हो जाता है क्यूंकी पानी में opposite direction में एक force कार्य करता है|

आर्किमीडीस principle के अनुसार:- जब कोई चीज़ पानी में डुबोई जाती है तो –

Body के weight में कमी = body द्वारा हटाया गया पानी का weight = opposite direction में कम करने वाला force

और आज इसी सिद्धांत पर ही पानी के जहाज़ का concept आया और हमने दुनियाँ की सैर कर ली और आज एक देश से दूसरे देश में व्यापार भी पानी के जहाज़ से कितना आसान हो गया है |

आज आर्किमीडीस के सिद्धांतों को इंजीनियरिंग के छात्रों को पुस्तकों में पढाया जाता है| पानी में चलने वाले सभी जहाज अथवा पनडुब्बी आर्किमीडीस के बताये नियमों को ध्यान में रखकर ही बनाये जाते हैं|

तो मित्रों, कभी कभी एक छोटी सा, मूर्खतापूर्ण idea भी बहुत बड़े काम को अंजाम दे देता है| किसने सोच था कि एक छोटी सी घटना दुनिया के लिए वरदान साबित होगी| तो मित्रों खुद पे विश्वास करके आगे बढ़ते रहिए एक दिन आपका नाम भी आर्किमीडीस जैसे लोगों के साथ लिया जाएगा |