पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ गुरुवार को भाजपा सड़कों पर उतरी। पार्टी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की अगुआई में प्रदेशव्यापी ‘नबाना चलो’ आंदोलन चलाया गया। इसमें राज्य में हो रही भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत का मुद्दा प्रमुख था। विजयवर्गीय ने कहा कि हम लोग शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन ममता जी ने इसे हिंसक प्रदर्शन में बदलने की कोशिश की। पुलिस ने गुंडों के साथ मिलकर हम लोगों पर पथराव किया।
#WATCH Howrah: BJP workers try to break police barricade put in place to stop the Party’s ‘Nabanna Chalo’ agitation against the alleged killing of party workers in the state; police use tear gas to bring the situation under control.#WestBengal pic.twitter.com/ChQdi0NYXj
— ANI (@ANI) October 8, 2020
वहीं, भाजपा नेता लॉकेट चटर्जी ने भी कहा कि कोलकाता के खिदिरपुर इलाके में पुलिस ने हम लोगों पर लाठीचार्ज किया, पथराव भी किया गया। इसमें कई लोग जख्मी हो गए। क्या पुलिस को इस तरह से करते देखा है? कोलकाता स्थित प्रदेश पार्टी ऑफिस में सैकड़ों कार्यकर्ता जुटे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
2 अक्टूबर को बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक की थी। इसी में 8 अक्टूबर को प्रदेशव्यापी प्रदर्शन का फैसला किया गया।